पैरों से साथी की गंध पहचानती हैं नर मकड़ियां

खुला राज ततैया नर मकड़ी पर हुए शोध के बाद वैज्ञानिकों ने निकाला निष्कर्ष

Jan 11, 2025 - 01:33
Jan 11, 2025 - 01:48
पैरों से साथी की गंध पहचानती हैं नर मकड़ियां

वाशिंगटन. मकड़ियों के पास कीड़े-मकोड़ों की तरह लंबे-लंबे सूंघने वाले अंग (एंटेना) नहीं होते है, ऐसे में वह किस तरह फेरोमोन (मादा मकड़ियों के छोड़े हुए रासायनिक संकेत) जैसी गंधों को पहचानती है, यह काफी समय से चर्चा का विषय था।  हाल में ओर्ब-वीवर मकड़ी की एक प्रजाति ततैया मकड़ी (आर्गीओप ब्रुनेनिची) पर हुए एक शोध में इस सवाल का जवाब पता चल गया है।

जिसके अनुसार, मकड़ियां अपने पैरों पर मौजूद छोटे-छोटे बालों की मदद से हवा में मौजूद गंधों का पता लगाती हैं। शोध में पाया गया कि, नर मकड़ियों के पास वॉल-पोर सेंसिला नामक विशेष प्रकार के बाल या रोअें होते हैं, इनकी मदद से वे मादा मकड़ियों के फेरोमोन को महसूस कर सकते हैं। 

हालांकि, वैज्ञानिकों का कहना है कि नर की तरह मादा मकड़ियां कैसे गंध को पहचानती है इसके लिए अभी और शोध की आवश्यकता है।

सिर्फ नर मकड़ियों में होते है यह बाल

प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज में प्रकाशित इस अध्ययन के अनुसार, यह विशेष बाल वयस्क नर मकड़ियों के ऊपरी पैरों पर पाए जाते है। यह बाल फेरोमोन का पता लगाने के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण होते है और नर मकड़ियों में यह हजारों की संख्या में पाए जाते है। फेरोमोन के प्रति यह बहुत संवेदनशील होते है और सिर्फ 20 नैनोग्राम फेरोमोन से भी इनमें प्रतिक्रिया होने लगती है। यह बाल सिर्फ नर मकड़ियों में होते है, मादा मकड़ियों में नहीं होते।

कीड़ों की तरह गंध पहचानने की क्षमता

शोध के दौरान इन बालों को फेरोमोन के फव्वारों के संपर्क में लाया गया और नर मकड़ी के अलग अलग पैरों के जोड़ों पर उसकी प्रतिक्रिया देखी गई। इसमें पाया गया कि मकड़ियों की गंध पहचानने की क्षमता भी कीड़ों की गंध पहचानने की क्षमता के बराबर होती है। शोध में ततैया मकड़ी के साथ साथ 19 अन्य मकड़ी प्रजातियों पर भी अध्ययन किया गया। निष्कर्ष कमोबेश यही मिले हैं।