यात्री ट्रेन पलटाने के साजिशकर्ताओं की तलाश में जुटी पुलिस
जीआरपी और आरपीएफ की टीमें कर रही छापेमारी

सहारनपुर. उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में यात्री ट्रेन को पटरी से उतारने की बड़ी साजिश के मामले में शामिल शरारती तत्वों की गिरतारी को लेकर जीआरपी और आरपीएफ की टीमें सक्रिय हो गई हैं।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) जीआरपी आशुतोष शुक्ल ने बताया कि गत 31 दिसंबर की रात करीब एक बजे सहारनपुर के टपरी रेलवे फाटक के पास पटरी पर लोहे का पुराना गेट मिलने की सूचना पर रेलवे विभाग ने अफरा तफरी मच गई थी। कुछ मिनट बाद ही इस लाइन पर से आनंद विहार कोटद्वार एक्सप्रेस ट्रेन गुजरने वाली थी। समय रहते साजिश का पता चलने पर एक बड़ा हादसा होने से टल गया, अन्यथा बड़ा ट्रेन हादसा हो सकता था।
रेलवे के गेटमेन को पटरियों पर लोहे का गेट पड़ा दिखा
शुक्ल ने बताया कि जिस पटरी पर लोहे का पुराना गेट मिला वहां से हरिद्वार, देहरादून और दिल्ली एवं सहारनपुर को ट्रेने गुजरती हैं। सीओ जीआरपी स्वाति के मुताबिक कोटद्वार जाने वाली ट्रेन से ठीक पहले रेलवे के गेटमेन को पटरियों पर लोहे का गेट पड़ा दिखा। सूचना मिलते ही रेलवे के अधिकारियों ने ट्रेन नंबर 14089 को रुकने का संदेश भेजा, जिसके बाद ट्रेन आधा घंटा रूकी रही।
ट्रेक पर मिला पुराना 60 किलो का वजन
ट्रेक से मिला पुराने गेट का वजन 60 किलोग्राम का था। जिसे रेल लाइन के दोनों ओर लगी रेलिंग के ऊपर से फेंका गया था। इस फाटक का कुछ हिस्सा रेलवे ट्रेक के ऊपर भी था। उससे निश्चित ही ट्रेन पलट सकती थी और बड़ा हादसा हो सकता था। पुलिस को अभी इस मामले में कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लगा है।