महाकुंभ में भ्रामक सूचना फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा
एडीजी कानपुर ने महाकुंभ की तैयारियों की समन्वय बैठक ली : दिव्यांग और वरिष्ठ नागरिकों को स्टेशन पर मिलेंगी सुविधाएं

झांसी। महाकुंभ में अगर किसी ने भ्रामक सूचना फैलाई तो पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां उसकी आईडी ट्रैक कर उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगी।
रेलवे लाइनों के आसपास चिह्नित गांवों में सघन गश्त की जाएगी, ताकि ट्रेनों को पटरी से उतारने की कोशिश करने वाले उपद्रवियों पर कड़ी नजर रखी जा सके। समन्वय बैठक में इस तरह के सख्त फैसले लिए गए। उत्तर प्रदेश के कानपुर जोन के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) आलोक सिंह ने झांसी समेत 11 जिलों के विभिन्न विभागों के आला अधिकारियों के साथ महाकुंभ की तैयारियों की समन्वय बैठक की।
बैठक के बाद एडीजी ने बताया कि महाकुंभ की तैयारी को लेकर खास तौर पर 11 जिलों के अधिकारियों की समन्वय बैठक हुई है। इस बैठक में इन जिलों के राजस्व अधिकारियों, पुलिस अधिकारियों, सेना के अधिकारियों, रेलवे सुरक्षा, सड़क सुरक्षा और राज्य परिवहन निगम के अधिकारियों को सुरक्षा और तैयारियों को लेकर सख्त निर्देश दिए गए हैं। श्रद्धालुओं की सेवा, सुरक्षा और सुविधा पर ड्यूटी केंद्रित की गई है।
तीर्थयात्रियों की सहायता के लिए वालंटियर भी नियुक्त
मंडलायुक्त विमल दुबे ने बताया कि दिव्यांगजनों एवं वरिष्ठ नागरिकों के लिए झांसी मंडल से जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए बस स्टैंड एवं रेलवे स्टेशनों पर सुविधा केंद्र की व्यवस्था की गई है, जहां उन्हें अनेक उपयोगी जानकारियां दी जाएंगी। बस स्टैंड पर होल्डिंग एरिया में पर्याप्त प्रकाश एवं शौचालयों की साफ-सफाई की व्यवस्था की जाएगी। तीर्थयात्रियों की सहायता के लिए वालंटियर भी नियुक्त किए जाएंगे।
नई रिंग रेल सेवा शुरू
झांसी मंडल से रिंग रेल सेवा शुरू की गई है जो चित्रकूट से मंडल होते हुए इलाहाबाद तक जाएगी। यह पूरी ट्रेन अनारक्षित होगी और सप्ताह में पांच दिन चलेगी। इसके अलावा शनिवार और रविवार को दो आरक्षित ट्रेनें चलेंगी। ट्रेनों में सुरक्षा के लिए जीआरपी, आरपीएफ और स्थानीय पुलिस मिलकर काम करेगी।
ट्रेन के भीतर रहेंगे सुरक्षाकर्मी
ट्रेनों और बसों में यात्री सुविधाओं के बारे में उन्होंने कहा कि इस दौरान रेलवे स्टेशनों पर कड़ी चेकिंग की जाएगी और ट्रेनों के अंदर भी सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे। राज्य सोशल मीडिया इकाइयों को सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। अगर कोई भ्रामक सूचना फैलाई जाती है तो उसकी आईडी ट्रैक करने और उस पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। ट्रेनों को पटरी से उतारने की कोशिश करने वाले शरारती तत्वों पर कड़ी नजर रखने के लिए रेलवे लाइनों के आसपास के चिन्हित गांवों में सघन गश्त और स्थानीय लोगों के सहयोग से आपराधिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।